आर्दश दैनिक पाठ योजना प्रारूप कैसे बनाये?

आर्दश दैनिक पाठ योजना प्रारूप कैसे बनाये?

आर्दश दैनिक पाठ योजना प्रारूप कैसे बनाये?


नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका अपने ब्लॉग Lesson Plan Format पर | दोस्तों जब हम B.ed, D.el.ed., BSTC, BTC आदि अन्य नामों से जाना जाने वाला शिक्षण प्रशिक्षण कोर्स(Teacher Training Course) कर रहे होते है तो इस दौरान कई प्रकार की पाठ योजनाये(Lesson Plans) बनानी होती है | इसी समय आपके मन में तरह-तरह के सवाल आते है जैसे कि:-

  • पाठ योजना क्या होती है?
  • पाठ योजना प्रारूप क्या होता है?
  • एक अच्छी और आदर्श पाठ योजना कैसे बनाई जा सकती है?

इत्यादि कई प्रकार के प्रश्न आते है, लेकिन कम जानकारी के अभाव में हम एक अच्छी और आदर्श पाठ योजना नहीं बना पाते है |

आपकी इसी समस्या को ध्यान में रखते हुए हमने आज 5 प्रकार की दैनिक पाठ योजना(Daily Lesson Plan) के प्रारूप हमने आपके साथं शेयर किये है |

पाठ योजना क्या होती है?

दोस्तों पाठ योजना प्रारूप(Lesson Plan Format) को जानने से पहले ये जान लेते है कि आखिर ये पाठ योजना होती क्या है?

पाठ योजना का सम्बन्ध शिक्षण की पूर्व अवस्था से है अथार्त पाठ योजना का निर्माण शिक्षण कार्य करने से पहले किया जाता है | साधारण शब्दों में समझे तो..... जिस प्रकार किसी भी कार्य को करने से पूर्व उसकी रुपरेखा बनाई जाती है एवं उसका नियोजन किया जाता है, ठीक उसी प्रकार शिक्षक को भी कक्षा कक्ष में विद्यार्थियों को पढ़ाने से पूर्व पाठ की रुपरेखा बनानी होती है और उसका नियोजन करना होता है, इसी को हम पाठ योजना कहते है |

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पाठ योजना क्यों बनाई जाती है?

हर सफल कार्य के पीछे एक अच्छी योजना होती है | यहाँ अध्यापक के लिए यह बात उतनी ही आवश्यक है क्योंकि जो अध्यापक जो कक्षा कक्ष में जाने से पूर्व ही अपनी एक पाठ योजना तैयार कर लेता है, वह अध्यापक निश्चित रूप से अपने उद्देश्यों को बहुत सहज तरीके से प्राप्त कर लेता है | अत: हम यहाँ यह कह सकते है कि पाठ योजना शिक्षक को उद्देश्य प्राप्त करने में सहायता प्रदान करती है |

पाठ योजना प्रारूप क्या है?

पाठ योजना प्रारूप पहले से निर्धारित एक प्रारूप है जो कही सिद्धांतों पर आधारित है | कई शिक्षाविदों ने पाठ योजना के अलग-अलग प्रारूप दिए है, लेकिन आज के समय में वो ही पाठ योजना प्रारूप प्रयोग में लाये जाते है जो कि बाल केन्द्रित एवं मनोवैज्ञानिक होते है | गद्य, पद्य, कहानी, नाटक, आदि के लिए अलग-अलग पाठ योजना प्रारूप होते है और पाठ योजना को प्रारूप के अनुसार ही बनाना होता है |

एक अच्छी और आदर्श पाठ योजना कैसे बनाई जा सकती है?

पहले से निर्धारित पद्धतियों और उपागमों पर आधारित पाठ योजना प्रारूप के आधार पर एक अच्छी एवं आदर्श पाठ योजना बनाई जा सकती है |

  • पाठ योजना ऐसी होनी चाहिए जो सभी उद्देश्यों को प्राप्त करें |
  • पाठ को नीरस न बनाये |
  • पाठ को सरल तरीके से प्रस्तुत कर सके |
  • पाठ को आसानी से समझाया जा सके |

गद्य शिक्षण की पाठ योजना का प्रारूप

अगर अब तक आप यह सोचकर परेशान थे कि गद्य शिक्षण की पाठ योजना(Gadya Shikshan Lesson Plan) कैसे बनाये? गद्य शिक्षण का पाठ योजना प्रारूप कैसा होता है? तो अब आपकी परेशानी ख़त्म हो चुकी है, आप निचे दिए गए प्रारूप को ध्यान में रखते हुए गद्य शिक्षण की एक अच्छी एवं आदर्श दैनिक पाठ योजना बना सकते है |

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1. औपचारिक पूर्ति/अनिवार्य पूर्ति/प्राथमिक पूर्ति

जैसे:- दिनांक, कक्षा, विषय, कालांश, अवधि आदि |

2. उद्देश्य

जैसे:- सामान्य उद्देश्य, विशिष्ट उद्देश्य, अपेक्षित व्यवहारगत परिवर्तन|

3. सहायक सामग्री/उद्योतन सामग्री

जैसे:- चार्ट, मॉडल, श्यामपट्ट, पाठ्यपुस्तक आदि|

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4. पूर्व ज्ञान

5. प्रस्तावना प्रश्न ( 4-5 प्रश्न)

6. उद्देश्य कथन

7. प्रस्तुतीकरण

8. पाठ का विकास

9. आदर्श वाचन

10. अनुकरण वाचन

11. उच्चारण संशोधन

12. काठिन्य निवारण/आत्मीकरण

13. भाव बोध प्रश्न(3-4 प्रश्न)

14. मौन वाचन

15. विचार विश्लेषण प्रश्न(3-4 प्रश्न)

16. मूल्याङ्कन प्रश्न(5-6 प्रश्न)

17. गृहकार्य( 1 प्रश्न निबंधात्मक)

पद्य शिक्षण की पाठ योजना का प्रारूप

अगर अब तक आप यह सोचकर परेशान थे कि पद्य शिक्षण की पाठ योजना(Padya Shikshan Lesson Plan) कैसे बनाये? पद्य शिक्षण का पाठ योजना प्रारूप कैसा होता है? तो अब आपकी परेशानी ख़त्म हो चुकी है, आप निचे दिए गए प्रारूप को ध्यान में रखते हुए पद्य शिक्षण की एक अच्छी एवं आदर्श दैनिक पाठ योजना बना सकते है |

1. औपचारिक पूर्ति/अनिवार्य पूर्ति/प्राथमिक पूर्ति

जैसे:- दिनांक, कक्षा, विषय, कालांश, अवधि आदि |

2. उद्देश्य

जैसे:- सामान्य उद्देश्य, विशिष्ट उद्देश्य, अपेक्षित व्यवहारगत परिवर्तन|

3. सहायक सामग्री/उद्योतन सामग्री

जैसे:- चार्ट, मॉडल, श्यामपट्ट, पाठ्यपुस्तक आदि|

4. पूर्व ज्ञान

5. प्रस्तावना प्रश्न ( 4-5 प्रश्न)

6. उद्देश्य कथन

7. प्रस्तुतीकरण

8. पाठ का विकास

9. आदर्श वाचन

10. अनुकरण वाचन

11. काठिन्य निवारण

12. सस्वर वाचन

13. केन्द्रीय भाव बोध प्रश्न

14. पुनः सस्वर वाचन

15. रसानुभूति/सौन्दर्यानुभूति/भावानुभूति प्रश्न(3-4 प्रश्न)

16. समभावी पद

17. तुलनात्मक प्रश्न(3-4 प्रश्न)

18. समवेत वाचन /सामूहिक वाचन

19. गृहकार्य( 1 प्रश्न निबंधात्मक)

इसे भी पढ़े:- पाठ योजना की रुपरेखा कैसे बनाई जाती है?

कहानी शिक्षण की पाठ योजना का प्रारूप

अगर अब तक आप यह सोचकर परेशान थे कि कहानी शिक्षण की पाठ योजना(Kahani Shikshan Lesson Plan) कैसे बनाये? कहानी शिक्षण का पाठ योजना प्रारूप कैसा होता है? तो अब आपकी परेशानी ख़त्म हो चुकी है, आप निचे दिए गए प्रारूप को ध्यान में रखते हुए कहानी शिक्षण की एक अच्छी एवं आदर्श दैनिक पाठ योजना बना सकते है |

1. औपचारिक पूर्ति/अनिवार्य पूर्ति/प्राथमिक पूर्ति

जैसे:- दिनांक, कक्षा, विषय, कालांश, अवधि आदि |

2. उद्देश्य

जैसे:- सामान्य उद्देश्य, विशिष्ट उद्देश्य, अपेक्षित व्यवहारगत परिवर्तन|

3. सहायक सामग्री/उद्योतन सामग्री

जैसे:- चार्ट, मॉडल, श्यामपट्ट, पाठ्यपुस्तक आदि|

4. पूर्व ज्ञान

5. प्रस्तावना प्रश्न ( 4-5 प्रश्न)

6. उद्देश्य कथन

7. प्रस्तुतीकरण

8. पाठ का विकास

9. आदर्श वाचन

10. अनुकरण वाचन

11. उच्चारण संशोधन

12. काठिन्य निवारण/आत्मीकरण

13. भाव बोध प्रश्न(3-4 प्रश्न)

14. मौन वाचन

15. भाव विश्लेषण प्रश्न(3-4 प्रश्न)

16. कहानी का मूल भाव

17. मूल्याङ्कन प्रश्न(5-6 प्रश्न)

18. गृहकार्य( 1 प्रश्न निबंधात्मक)

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नाटक शिक्षण की पाठ योजना का प्रारूप

अगर अब तक आप यह सोचकर परेशान थे कि नाटक शिक्षण की पाठ योजना(Natak Shikshan Lesson Plan) कैसे बनाये? नाटक शिक्षण का पाठ योजना प्रारूप कैसा होता है? तो अब आपकी परेशानी ख़त्म हो चुकी है, आप निचे दिए गए प्रारूप को ध्यान में रखते हुए नाटक शिक्षण की एक अच्छी एवं आदर्श दैनिक पाठ योजना बना सकते है |

1. औपचारिक पूर्ति/अनिवार्य पूर्ति/प्राथमिक पूर्ति

जैसे:- दिनांक, कक्षा, विषय, कालांश, अवधि आदि |

2. उद्देश्य

जैसे:- सामान्य उद्देश्य, विशिष्ट उद्देश्य, अपेक्षित व्यवहारगत परिवर्तन|

3. सहायक सामग्री/उद्योतन सामग्री

जैसे:- चार्ट, मॉडल, श्यामपट्ट, पाठ्यपुस्तक आदि|

4. पूर्व ज्ञान

5. प्रस्तावना प्रश्न ( 4-5 प्रश्न)

6. उद्देश्य कथन

7. प्रस्तुतीकरण

8. पाठ का विकास

9. आदर्श वाचन

10. अनुकरण वाचन

11. उच्चारण संशोधन

12. काठिन्य निवारण/आत्मीकरण

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13. सार कथन

14. सार बोध प्रश्न(3-4 प्रश्न)

15. अध्यापक कथन(चरित्र चित्रण)

16. सार विश्लेषण प्रश्न(3-4 प्रश्न)

17. कक्षा अभिनय/ नाट्य अभिनय

18. अभ्यास प्रश्न(3-4 प्रश्न परन्तु अनिवार्य नहीं)

19. मूल्याङ्कन प्रश्न(5-6 प्रश्न)

20. गृहकार्य( 1 प्रश्न निबंधात्मक)

व्याकरण शिक्षण की पाठ योजना का प्रारूप

अगर अब तक आप यह सोचकर परेशान थे कि व्याकरण शिक्षण की पाठ योजना(Vyakaran Shikshan Lesson Plan) कैसे बनाये? व्याकरण शिक्षण का पाठ योजना प्रारूप कैसा होता है? तो अब आपकी परेशानी ख़त्म हो चुकी है, आप निचे दिए गए प्रारूप को ध्यान में रखते हुए व्याकरण शिक्षण की एक अच्छी एवं आदर्श दैनिक पाठ योजना बना सकते है |

1. औपचारिक पूर्ति/अनिवार्य पूर्ति/प्राथमिक पूर्ति

जैसे:- दिनांक, कक्षा, विषय, कालांश, अवधि आदि |

2. उद्देश्य

जैसे:- सामान्य उद्देश्य, विशिष्ट उद्देश्य, अपेक्षित व्यवहारगत परिवर्तन|

3. सहायक सामग्री/उद्योतन सामग्री

जैसे:- चार्ट, मॉडल, श्यामपट्ट, पाठ्यपुस्तक आदि|

4. पूर्व ज्ञान

5. प्रस्तावना प्रश्न ( 4-5 प्रश्न)

6. उद्देश्य कथन

7. प्रस्तुतीकरण

8. पाठ का विकास

9. विश्लेषण-संश्लेषण/नियमीकरण

10. उदाहरण वाक्य

11. विकासात्मक प्रश्न(3-4 प्रश्न)

12. लघु नियम

13. उदाहरण वाक्य

14. विकासात्मक प्रश्न(3-4 प्रश्न)

15. लघु नियम

16. उदाहरण वाक्य

17. विकासात्मक प्रश्न(3-4 प्रश्न)

18. सिद्धांत निरूपण

19. अभ्यास प्रश्न(3-4 प्रश्न परन्तु आवश्यक नहीं)

20. मूल्याङ्कन प्रश्न(5-6 प्रश्न)

21. गृहकार्य( 1 प्रश्न निबंधात्मक)

विस्तार से समझे:- व्याकरण की पाठ योजना कैसे बनाई जाती है?